जीवन का तथ्य
निडर बन जीना है हमें इस दुनिया में ,
चाहे कितनी भी मुश्किलें आ जाए सामने
चाहे दुनिया अँधेरे से भर जाए
या भर जाए मनुष्यों के अनर्थ कार्यों से परंतु
एक दीया भी न हमने ऐसा देखा जिसने,
अपनी रोशनी से अंधकार को ना हराया
निडर होकर जीना है हमें इस दुनिया में।
निडर बन के जीना है हमें इस दुनिया में
चाहे श्री राम की तरह जाना पड़े वनवास में
या पड़ जाए धरती पर घोर संकट,
या आ जाए जीवन-मृत्यु की स्थिति हमारे सामने,
परंतु एक जीवन ही क्या जिसमें ना देखना पड़े ,
उत्तार-चढाव हमें या, उठाना ना पड़े हमें एक पर्वत
श्री हनुमान की तरह इस युग में
निडर बन के जीना है हमें इस दुनिया में ।
- साई किरण साहू -
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