Monday, 26 July 2021

Truthfulness - Vinisha Choudhary

Truthfulness means the fact of being truth. Truthful people will understand themselves, and know their own strengths and weakness. Be accurate in their descriptions of themselves or others, so that they do not mislead others.

The truthful person is the one that always speaks, uses or professes the truth. It is a value that must be formed very early in children and as any value, it can be worked on all their activities, either at school or at home.

Being truthful makes you a better person as well as a better creature on earth. Truthfulness is essential and it's better to speak the truth and follow the lie. 

Being dishonest will make you lose your honesty and people's trust. The truthful person doesn't have to worry about the truth being revealed.

Truthfulness in public life is accordingly an ethical ideal. Seeking to learn the truth and communicate it accurately to other people are virtues that are necessary to a common form of life characterized by trust, respect and the protection of human dignity.

"THE GREATEST ADVANTAGE OF SPEAKING THE TRUTH IS THAT YOU DON'T HAVE TO REMEMBER WHAT YOU SAID."

Vinisha Choudhary
Class - XI Science
The Fabindia School

Tuesday, 13 July 2021

हकीकत - खुश राजपुरोहित

कहते हैं वो हमें भींगना नहीं आता
बादल की तरह कभी बरस कर तो देखो
कागज़ की कश्ती एक हम भी बनाएंगे
आंगन से कभी हमारे गुज़र के तो देखो।
कहते हैं वो हमें इठलाना नहीं आता
सर्द हवाओं सी गुज़र कर तो देखो
स्पर्श से तुम्हारे संवर जाऊंगा, मैं
सांसें हमारी कभी छु कर तो देखो।
कहते हैं वो हमें उभरते नहीं आता
सुरज के तरह चमक कर तो देखो
पलकें झुका कर हम सुनते रहेंगे
आंखे उठा कर कुछ कह कर तो देखो।
वो कहते है हम में बचपना नहीं है
बर्फ की तरह बरस कर तो देखो
मासूमियत ज़रा तुम्हें हम भी दिखाएंगे
अपनी गोद का सिरहाना बना कर तो देखो।
भींगना इठलाना हमें भी आता है
तुम मौसम के तरह उभर कर तो देखो
अंदाज हमारा ज़रा हम भी दिखाएंगे
ख्वाबों से हकीकत में कभी आ कर तो देखो।
रोज आते हैं बादल
छेड़ जाता है सूरज,
ये हवाएं भी अपनी सी लगती है
वो छवि जो सपनों में देखीं थीं हमने
वो शायद हकीकत में किसी से तो मिलती है
क्या देखीं होगी उन्होंने भी हमारी छवि
और सपने हमारे और हमारी शिकायतों को लेकर,
चलो अब मिल जाओ कहीं नींदों से परे
सपनों को हकीकत बना कर तो देखो।
मिल जाए कहीं तो जाने ना देंगे
खुद में उन्हें समां लेंगे हम
एक टक हमें बस सुनते रहे वो
और बस हंस कर बातें सुनाते रहे हम
और बस हंस कर बातें सुनाते रहे हम।।

Name :- Khush Rajpurohit 
Class:- XII Science 
The Fabindia School

कोरोना को हराना है - हेतल वैष्णव

कोरोना को हराना है
मिलकर कोरोना को हराना है,
घर से हमें कहीं नहीं जाना है,
हाथ किसी से नहीं मिलाना है,
चेहरे पर हाथ नहीं लगाना है,
बार-बार अच्छे से हाथ धोते जाना है,
सेनेटाइज करके देश को स्वच्छ बनाना है,
बचाव ही इलाज है, यह समझाना है,
कोरोना से हमें नहीं घबराना है,
सावधानी रखकर कोरोना को मिटाना है,
देशहित में सभी को यह कदम उठाना है।

Hetal Vaishnav
Class - VIII B
The Fabindia School

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