Sunday School No. 164
Reflection of the week-
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Sunday School No. 164
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मेरा नाम नाहिद है। मुझे सब से अच्छा लगा वहा का संदेश और हेडमास्टर जगप्रीत सिंह सर के साथ खाना खाने का सौ भाग्य लगा |
मेरा नाम साना है। The Doon School की ख़ूबसूरती और अनुशासन देख कर मुझे बहुत अच्छा लगा |
मेरा नाम आयुष है | मेरे को सबसे अच्छा लगा खेलने का मैदान और संगीत की क्लास| Thank you The Doon School.
मेरा नाम दीपिका है | मुझे सबसे अच्छी वहा की लाइब्रेरी और पढ़ाई करने का तरीका लगा | दून स्कूल को धन्यवाद |
मेरा नाम रितिक है | मुझे सबसे अच्छा लगा वहा की पढ़ाई , खेल के मैदान और वर्कशॉप, आदि | धन्यवाद दून स्कूल |
मेरा नाम अनित है | मुझे सबसे अच्छा लगा क्लबर कार और मिट्टी से बने बर्तन जो दून स्कूल के बच्चों ने बना रखे थे | दून स्कूल को धन्यवाद |
मेरे नाम विधि है | मुझे वहां घुमने और हरे भरे पेड़ पोधे बहुत अच्छे लगें| धन्यवाद दून स्कूल|
मेरा
नाम अक्षी कौर है | मेरे
को सबसे अच्छा लगा
लकड़ी और मिट्टी से
बनी वस्तुए और हमे सब
बच्चों को और
अध्यापको के साथ घुमने
का अवसर प्राप्त हुआ | दून स्कूल को
धन्यवाद |
मैं समद मुझें द दून स्कूल के अध्यापक अच्छे लगे और वहाँ के बच्चों की बनाई हुई कला आकृतियों पेंटिंग अच्छी लगी, तथा मुझे वहाँ पर संगीत नाच कक्षाएँ भी काफी अच्छी लगी, खेलने का मैदान साफ सुंदर लग रहा था | खेलने के मैदान को देखकर मैं ये सोच रहा था कि हमारे स्कूल में भी एक ऐसा ही मैदान होता तो हम भी अच्छे से अलग अलग प्रकार के खेल खेला करते । अभी तक मैंने अपने जीवन में द दून स्कूल जैसा विद्यायल नहीं देखा ।
मैं प्रिंशी कौर मुझे द दून स्कूल में पेड़ पौधे मिटटी से बनाई हुई आकृतियों और लकडी से वस्तुएँ तथा खेलने का मैदान काफी अच्छा लगा।